हमारा स्वास्थ्य और हमारा खान-पान
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Cancer & Diet
बालको मेडिकाल सेंटर, जो की मध्य भारत का सबसे बड़ा एवं आधुनिक कैंसर अस्पताल है, अपने मरीज़ो के न सिर्फ़ सटीक इलाज का ध्यान रखता है बल्कि उनके खान-पान की ओर भी उतना ही सतर्क एवं प्रयत्नशील है । बालको मेडिकल सेंटर में एक अत्यधिक संयोजित रसोईघर है, जो खाद्य स्वच्छता पर पहले स्थान पर है । शरीर को सेहतमंद बनाए रखना जरूरी है। इसी के होने से सभी का होना है अत: शरीर की रक्षा और उसे निरोगी रखना मनुष्य का सर्वप्रथम कर्तव्य है। पहला सुख निरोगी काया।
भारत में अनेक प्रकार के व्यंजन बनते हैं और हर क्षेत्र में अलग तरह से इन्हें बनाया जाता है। पर सब में एक बात सामान्य हैं की हम तरह-तरह के व्यंजनों में सब्जियों और फलो को भरपूर इस्तमाल करते है। इस समय हमें अपने स्वास्थ्य का अधिक ध्यान देना है ताकि हमारी रोग -प्रतिरोग क्षमता अच्छी रहे। इसलिए हमें सभी सब्जियों और फलो को शामिल करना हैं क्यूंकि फलो और हरी सब्जियों में भरपूर मात्रा में ज़रूरी मिनरल और विटामिन पाए जाते हैं जो की शरीर के रोग - प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। अगर बात करें फलो की, तो खट्टे फल जैसे की संतरा , निम्बू , मुसम्बी , आवला, इमली , जामुन , सहतूत , अमरूद आदि फलो में भरपूर मात्रा में विटामिन सी और फाइबर होता है जो शरीर के लिए बहुत अच्छे होते हैं । साथ ही गर्मी में आने वाले फल जैसे की तरबूज , खरबूज , शारदा शरीर के तापमान को नार्मल रखती है और शरीर से विश्ले पदार्थो को बाहर निकलने में भी मदद करता है।
इसी प्रकार सभी हरी पत्तेदार सब्जियों में अधिक मात्रा में पोटैशियम और एंटी ऑक्सीडेंट मोजूद होते है जो की स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छे माने जाते है , सब्जियों को सब्जी के जैसे तो खाना ही है परन्तु सलाद के रूप में खाने से और सूप बनाकर पीने से शरीर को फाइबर अच्छी मात्रा में मिलता है जिससे हमारी पाचन क्रिया को फायदा मिलता है। पुदीने -धनिया और निम्बू को मिलकर स्वादिष्ट शरबत बनाया जा सकता है या जलजीरा बना कर भी पिया जा सकता है।
सदियों से भारतीयों की भोजन में लहसुन , अदरक , मेथी , हल्दी, दालचीनी , काली मिर्च , हींग , अजवाईन जैसे गुणकारी मसालों का प्रयोग होता रहा , यह भोजन का स्वाद तो बढ़ाते ही हैं साथ ही यह मसाले बेहद गुणकारी भी होते है क्यूंकि इनमे मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट, फ्लवोनोइड्स, पोटैशियम, आयरन आदि हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को और मज़बूत करता है।
भारतीयों को दूध और दही का बड़ा चाव होता हैं और इनसे अनेक प्रकार के व्यंजन भी बनाये जाते हैं । रोजाना १-२ गिलास दूध तो हर किसी को पीना ही चाहिए ताकि हमारा स्वस्थ्य उत्तम स्तर पर रहे और इसमें अगर हम चुटकीभर हल्दी मिला ले तो दूध और पौष्टिक बन जाता है । सर्दी खासी में यह हल्दी वाला दूध बेहद लाभदायक होता है साथ ही अगर किसी को दूध पसंद नहीं हो तो दही एक उत्तम विकल्प है इसमें हमें अच्छी मात्रा में प्रोटीन तो मिलता ही है साथ ही पाचन शक्ति भी मजबूत करता हैं क्यूंकि इसमें पाए जाने वाला प्रोबायोटिक यानि गुड़कारी बैक्टीरिया हमारे पेट के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। दूध के साथ ड्राई फ्रूट्स भी मिलाकर पिया जा सकता है जो की हमे अधिक प्रोटीन देता है जो की हमारे शरीर की कोशिकाओं को मजबूत बनता है।
इस समय हर जगह साफ़ -सफाई को ध्यान में रखने को बोला जा रहा हैं। उसी तरह भोजन में भी हर चीज ताज़ा होनी चाहिए। अगर फल और सलाद खाना है तो उसे काटने के बाद तुरंत खाना है, क्यूंकि हवा के सम्पर्क में आने के बाद फल और सलाद काले पड़ जाते है जो कि खाने और देखने में अच्छे नहीं लगते है। इस समय अगर हम मांसाहारी भोजन का सेवन कर रहे है तो उनको अच्छे से पकाना है और तुरंत खाना है, हो सके तो रेड मीट न खाया जाये एवं माँसाहारी भोजन अधिक दिन तक घरों में न रखे ।
इसी के साथ हमें अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य का ख्याल रखना है और हमारे आसपास के वातावरण को साफ़ और सकारात्मक ऊर्जा को बनाये रखना है । साथ ही अगर व्यायाम भी किया जाये तो हमारा शरीर और मन दोनों ही स्वस्थ रह सकते हैं।